कौन था, सट्टेबाजी से रोजाना 1 करोड़ कमाने वाला मटका किंग, जो हफ्तेभर पहले दुनिया से चुपचाप चला गया News18 हिंदी
इसके अलावा, पीएमएलए 2002 के तहत ही गोविंद कुमार केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में one hundred sixty करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी ने जब्त कर ली है. गोविंद कुमार केडिया के परिसर में तलाशी के परिणामस्वरूप 18 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा और thirteen करोड़ रुपये की कीमत के सोना और आभूषण भी जब्त किए गए हैं. अब तक ईडी ने रायपुर, भोपाल, मुंबई और कोलकाता में 39 स्थानों पर तलाशी ली है और 417 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति जब्त की है. ईडी ने विदेश में भी गंभीरता से इस मामल की जांच शुरू कर दी है. रायपुर में पीएमएलए विशेष न्यायालय ने भी फरार संदिग्धों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी किए हैं.www.xn—-qtds5foa1gel8h1c1a9fzd.com/
परिवार के सदस्यों को नागपुर से यूएई तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए थे. दुबई में दोनों ने छोटे-मोटे काम किए और किसी तरह महादेव बुक ऐप नामक सट्टेबाजी ऐप लॉन्च करने के लिए पैसा जुटाने में कामयाब रहे, यह नाम भिलाई में चंद्राकर के जूस सेंटर से लिया गया है. इस ऐप को यूरोप स्थित कुछ सॉफ़्टवेयर कोडर्स द्वारा विकसित किया गया था और 2020 में महामारी लॉकडाउन के दौरान लॉन्च किया गया था. उनके पास लगभग 2000 केंद्र थे, जहां दो से तीन व्यक्ति कमीशन के लिए अपने केंद्र चला रहे थे.
इसके बाद पत्थरबाज़ी शुरू हो गई जिसके जवाब में पुलिस ने भी कार्रवाई की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लिखे एक पत्र में चव्हाण ने कहा कि वह पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भी विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंपा. भोकर सीट से विधायक चव्हाण कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी थे.
कौन है मॉरिस नोरोन्हा फेसबुक लाइव में मुंबई के राजनेता की हत्या कर की खुदकुशी
वहीं मस्जिद से क़रीब 500 मीटर की दूरी पर सिराज ख़ान एक फास्ट फूड सेंटर चलाते हैं. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने कई पुलिस की गाड़ियों को इधर आते देखा तब उन्हें पता चला कि यहां हिंसा हुई है. उन्होंने हिंसा में दो लोगों की मौत की पुष्टि की और कहा कि पहले चार लोगों की मौत की ख़बर आई थी. “इस इलाक़े को मलिक का बगीचा कहा जाता है लेकिन दस्तावेज़ों में ये जगह मलिक का बगीचा नाम से दर्ज नहीं है बल्कि नगर निगम की नज़ूल भूमि के रूप में दर्ज है.”
इसके बाद उन्होंने जीवनसाथी और आपबीती जैसी फिल्मों में भी रोल किए. हीरो बनने के बाद अजीत ने मधुबाला से लेकर सुरैया जैसी दिग्गज हीरोइनों के साथ काम किया. लेकिन अजीत को हीरो बनकर वो सफलता नहीं मिल पाई जो वो चाह रहे थे.
- आरोपी अमित शर्मा इन दोनों से जुड़ा हुआ है, वो इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है.
- भोकर सीट से विधायक चव्हाण कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी थे.
- इसका जिम्मा मुंबई की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को दिया गया था.
- गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम प्रवेश बाफना, चेतन सालेचा, आयुषी केसरकर, किरण शाह और राजेश जैन है.
- फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी के लिए महादेव एप के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
सोनी ने यह भी आरोप लगाया कि वो पूर्व में बघेल सहित वरिष्ठ राजनेताओं से मिल चुके हैं. मुंबई पुलिस ने इस हत्याकांड के मामले में मेहुल पारिख नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया गया है. दरअसल, जब फेसबुक लाइव चल रहा था, तब मेहुल, मॉरिस के दफ़्तर पहुंचा था. लाइव के दौरान ही मॉरिस ये कहकर उठते दिखा था कि मेहुल आया है. उसके कुछ देर बाद ही मॉरिस ने अभिषेक घोसालकर को गोली मार दी और खुद को भी गोली मार ली थी. इस मामले की जांच मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच को दे दी गई है.
प्रकाश बंकर की शिकायत के अनुसार, एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि आरोपी चंदर अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारत में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के लिए मुख्य सट्टेबाज हैं और यह वेबसाइटों और ऐप्स के जरिए भी किया जाता है. आरोपी अमित शर्मा इन दोनों से जुड़ा हुआ है, वो इस प्रक्रिया में उनकी मदद करता है. चंदर अग्रवाल की लीग में बैकडोर पार्टनरशिप है और उनकी मदद दुबई के कनेक्टिंग पर्सन हेमंत सूद और रोहित कुमार मुर्गोई करते हैं. बैंकर की शिकायत के अनुसार एफआईआर में उल्लेख किया गया है कि आरोपी चंदर अग्रवाल और लंदन निवासी दिनेश खंबाट भारत में आयोजित क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग के लिए मुख्य सट्टेबाज हैं.
मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों के मुताबिक उन्हें अपने सूत्रों से जानकारी मिली थी कि लोअर परेल के सेंट रेजिस होटल में आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी करने का काम एक गिरोह कर रहा है. इस जानकारी के बाद मुंबई पुलिस के आला अधिकारियों ने एक टीम का गठन किया और होटल के कमरे में छापा मारा. आजतक/इंडिया टुडे ने पहले खास तौर पर दाऊद इब्राहिम गैंग और दाऊद के छोटे भाई मुश्ताकीन के साथ चंद्राकर और उप्पल के संबंधों के बारे में रिपोर्ट की थी. मुंबई की एफआईआर में सौरभ चंद्राकर, मुश्ताकीन, उप्पल और कई अन्य लोगों द्वारा चलाए जा रहे मैच फिक्सिंग रैकेट का उल्लेख है.
ईडी ने इस सिलसिले में भोपाल, मुंबई और कोलकाता में कई ठिकानों पर तलाशी ली और इसी दौरान बहुत सी अहम बातों को खुलासा भी किया. ईडी को पता चला कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने UAE में अपना साम्राज्य खड़ा कर लिया है. वो दोनों अचानक अपनी अवैध तरीके से कमाई गई दौलत का खुलेआम प्रदर्शन करने लगे हैं. फरवरी 2023 में सौरभ चंद्राकर की शादी के लिए महादेव एप के प्रमोटरों ने लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
रतन खत्री ने ट्रेडिनशल जुंए को एक खास शैली दी, जिसमें मटके से नंबर निकाला जाता और उसे दिन का लकी नंबर मान लिया जाता था. इंटरनेट और मोबाइल न होकर सिर्फ टेलीफोन के उस दौर में मिनटों में ये नंबर पूरे देश में फैल जाता था. कहानी शुरू होती है साल 1962 से, जब मुंबई पुलिस कमिश्नर के दफ्तर में सफेद कुरता-पायजामा में एक अनाम शख्स आता है और वहां पुलिसवालों से बातचीत कर रहे क्राइम रिपोर्टरों को अपने साथ एक धमाकेदार स्टोरी के लिए बुलाता है. ये स्टोरी थी पहली बार मटके से निकालकर जुएं का लकी नंबर घोषित करने की.
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये भी ज़िक्र किया कि अन्य राज्यों में भी अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया गया है, सरकारी संपत्तियों की मैपिंग की जा रही है और उनकी सुरक्षा के लिए दिशानिर्देश दिए गए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, बनभूलपुरा में पुलिस कथित रूप से ग़ैरक़ानूनी तरीके से बने एक मदरसे को तोड़ने का काम करवा रही थी तभी स्थानीय लोगों ने आगज़नी शुरू कर दी और पत्थर फेंके. साल 1966 में अजीत को सूरज फिल्म में हीरो की बजाय विलेन का रोल मिला. पहले इस फिल्म में विलेन के तौर पर प्रेमनाथ को लिया जाना था लेकिन किसी कारण प्रेमनाथ से बात नहीं बनी तो राजेंद्र कुमार ने प्रोड्यूसर को अजीत का नाम सुझाया.
इस बीच, राणा ने दावा किया कि 15 फरवरी को अमित शाह की पूर्वी महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र की यात्रा के दौरान ऐसे और “भूकंप” आएंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि “भूकंप” शिव सेना (यूबीटी) और राकांपा (शरदचंद्र पवार) को भी हिला देगा. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस की तिवसा विधायक और पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर भी भाजपा के संपर्क में हैं हालांकि ठाकुर ने इस दावे का खंडन किया. वह कोरोना महामारी के कुछ साल पहले ही लॉस एंजेलिस से वापस मुंबई आया था. मॉरिस बोरीवली के आईसी कॉलोनी में अपने घर में रहता था.
खुद को पोकर खिलाड़ी बताने वाले मॉरिस ने कोरोना के दौरान हजारों गरीबों को राशन किट और जरूरी सामान देकर मदद की थी. मुंबई के बोरीवली में “मॉरिस भाई” के नाम से मशहूर नोरोन्हा ने सोशल मीडिया पर खुद को एक पुरस्कार विजेता सामाजिक कार्यकर्ता, एक कोविड वॉरियर और एक परोपकारी व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया. उसके बाद मॉरिस नगरसेवक का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था. हालांकि, अभिषेक घोसालकर नही चाहते थे कि वो उनके वार्ड से चुनाव लडे़, इसी बात को लेकर दोनो में झगड़ा था. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण (Ashok Chavan) आज बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं बाबा सिद्दीकी और मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ने के कुछ दिनों बाद चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा देने का कदम उठाया है.
जहां से 112 करोड़ रुपये की हवाला रकम हासिल करने से जुड़े सबूत सामने आए. इसके बाद योगेश पोपट की निशानदेही पर आंगड़िया के यहां तलाशी ली गई. ईडी की रडार पर महादेव बुक ऐप महादेव बुक ऐप ईडी की रडार पर है.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि पांच नवंबर को केंद्र ने प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर महादेव ऐप और ‘रेड्डीन्नाप्रिस्टोप्रो’ समेत 22 अवैध सट्टेबाजी प्लेटफार्मों को ब्लॉक किए जाने के निर्देश दिए. अधिकारी ने बताया कि 30वीं कुर्ला अदालत के निर्देश पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 120-बी (साजिश), सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (साइबर आतंकवाद के लिए) और जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया. एफआईआर के मुताबिक, आरोपियों ने लोगों से करीब 15 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. कभी नहीं सोचा था कि उनके जैसा व्यक्ति ऐसा कदम उठाएगा.”चव्हाण मराठवाड़ा क्षेत्र के नांदेड़ जिले के रहने वाले हैं. उनके पिता दिवंगत शंकरराव चव्हाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे.
महादेव बुक ऐप से जुड़े एक केस की जांच करेगी मुंबई क्राइम ब्रांच, डाबर ग्रुप के चेयरमैन समेत 32 लोग हैं नामजद
हिमांशु ने बताया कि वो रोजाना 7 से eight घंटे सेल्फ स्टडी करता था, इसके अलावा टेस्ट में मार्क्स कम आने से हताश नहीं हुआ, बल्कि मैं मोटिवेट होता था. सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, “यह मात्र संयोग नहीं हो सकता. यूसीसी पारित होने के 24 घंटे के भीतर ही हल्द्वानी में हिंसा भड़क उठी. पुलिस और मीडियाकर्मियों पर हमला हुआ, आगज़नी की गई.” हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाक़े में रेलवे की ज़मीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन अभियान चला रहा है.
उस शादी समारोह में कई बॉलीवुड गायकों और अभिनेताओं को परफॉर्म करने के लिए बुलाया गया था. आरोप है कि उन कलाकारों और इस पूरे आयोजन के लिए हवाला के ज़रिए 200 करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान किया गया था. मुंबई पुलिस की एफआईआर 7 नवंबर को माटुंगा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी.
“कुछ लोगों ने पुलिस थाने जाकर वहां भी तोड़फोड़ की है. ये पूरी घटना 30 से 40 मिनट तक चलती रही थी. फिलहाल जो स्थिति है, इलाक़े में कर्फ्यू लगाया गया है और हम लोगों ने अपने घर बंद कर लिए हैं.” उन्होंने कहा, “केंद्रीय सुरक्षाबलों को इलाक़े में तैनात कर दिया गया है और सुरक्षाबल यहां जल्द पहुंचने वाले हैं. क़ानून व्यवस्था पर नियंत्रण के लिए आस-पास के ज़िलों से अतिरिक्त पुलिसबल को भी यहां तैनात किया गया है.” उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है गुरुवार को दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है. पांच वर्ष से कोटा में रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट हिमांशु ने जेईई मेन परीक्षा में 100 पर्सेन्टाइल और परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक प्राप्त किए हैं. इससे पूर्व होनहार हिमांशु ने दसवीं कक्षा 87 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की थी.
हाल ही में एजेंसी ने एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के कथित तौर पर छत्तीसगढ़ के सीएम के राजनीतिक सलाहकार के साथ संबंध हैं. आशंका है कि चंद्राकर और उप्पल ने अपनी अवैध गतिविधियों को नजरअंदाज करने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों, राजनेताओं और अन्य लोगों को रिश्वत में सैकड़ों करोड़ रुपये दिए.
मुझे नहीं पता कि अन्य विधायक या कांग्रेस नेता क्या सोचेंगे या क्या करेंगे. मैंने उनमें से किसी से भी संपर्क नहीं किया है.” पिछले कुछ महीनों से ऐसी खबरें आ रही थीं कि चव्हाण कांग्रेस छोड़ देंगे, इसलिए उनके इस्तीफे की खबर राज्य के पार्टी नेताओं के लिए पूरी तरह से आश्चर्यचकित करने वाली नहीं थी. यह पूछे जाने पर कि उन्होंने कब पद छोड़ने का फैसला किया, चव्हाण ने कहा, “हर चीज बताने की जरूरत नहीं है”.
अभियोजन पक्ष द्वारा उद्धृत किए गए लेकिन जिन गवाहों से पूछताछ नहीं की गई, उनसे बचाव पक्ष द्वारा पूछताछ की जा सकती है: सुप्रीम
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में बड़े एक्शन की जानकारी सामने आई है. मुंबई पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन पर भी एफआईआर दर्ज की है. ये दोनों डाबर ग्रुप के चेयरमैन और डायरेक्टर बताए गए हैं. सट्टेबाजी के साथ ही लोगों को ठगी का शिकार भी बनाया जा रहा था पुलिस ने जब इस पूरे मामले की जांच की तो पाया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी न सिर्फ आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी कर रहे थे बल्कि सट्टेबाजी के बहाने लोगों से ठगी को भी अंजाम दे रहे थे. प्राथमिक जांच में यह भी सामने आया है कि यह गिरोह जबसे आईपीएल टूर्नामेंट शुरू हुआ है तब से कई लोगों को ठगी का शिकार भी बना चुका है.
फिलहाल इस पूरे मामले की जांच मुंबई पुलिस कर रही है और आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. इसी सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हाल ही में मुंबई, भोपाल, कोलकाता के उन हवाला ऑपरेटरों के यहां छापे मारे थे, जिन्होंने इस इवेंट के लिए रकम मुंबई की इवेंट फर्म को भेजी थी. ईडी ने जांच में पाया कि महादेव बुक ऐप और सट्टेबाजी से जुड़े इस नेक्सस में छत्तीसगढ़ के कुछ राजनेताओं, पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं की मिलीभगत भी है. दस लाख रुपये कैश, eight मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और एक ऑडी कार बरामद छापेमारी के दौरान सामने आया कि दो पुरुष और एक महिला एक वेबसाइट के जरिए न सिर्फ लैपटॉप पर आईपीएल मैच देख रहे थे, बल्कि उस मैच में खेल रहे खिलाड़ियों पर सट्टेबाजी भी चल रही थी.
ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान हासिल हुआ है, जिसने आरोप लगाया कि उसने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम दी थी. ईडी को हाल ही में अपनी जांच में महादेव बुक ऐप के शीर्ष प्रबंधन से जुड़े शुभम सोनी का लिखित और रिकॉर्ड किया गया बयान मिला है. उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये से ज्यादा दिए गए हैं. इससे पहले भी ईडी की जांच में पता चला था कि कैसे पुलिसकर्मी महादेव बुक ऐप प्रमोटरों के लिए लाइजनिंग में शामिल थे और राजनेता उनकी मदद कर रहे थे.
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा हिंसा में दो लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि हल्द्वानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो अगले आदेश तक जारी रहेगा. मदरसे को हटाने के काम में नगरपालिका के कर्मचारी और पुलिसकर्मी शामिल थे. पीटीआई के अनुसार, बनभूलपुरा इलाक़े में भड़की हिंसा में कम से कम 60 लोग ज़ख़्मी हुए हैं. पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि एक विशेष समुदाय के पथराव और आगज़नी के कारण क़ानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई और आम लोगों के साथ-साथ सरकारी संपत्ति का भी नुक़सान हुआ. वो कहते हैं कि उन्होंने जल्दी-जल्दी अपनी दुकान बंद की और खुद अपने परिवार के साथ घर में बंद हो गए.
ऐप का कारोबार देश भर के कई अन्य राज्यों में फैल गया था. महादेव बुक ऐप के खिलाफ दर्ज मामले उन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने के हैं, जिन्होंने ऐप में अपनी मेहनत की कमाई खोने के बाद आत्महत्या कर ली. महादेव बुक ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी, जो संयुक्त अरब अमीरात में हुई थी.
एफआईआर में मोहित बर्मन का पता फोर्ट मुंबई बताया गया, जहां कंपनी रजिस्ट्रार के अनुसार उनकी निवेश कंपनी का एक कार्यालय स्थित है. आजतक/इंडिया टुडे ने उस एफआईआर की कॉपी हासिल कर ली है और एफआईआर में उल्लिखित आरोपी नंबर sixteen और 18 उद्योगपति मोहित बर्मन और गौरव बर्मन हैं, जो एफआईआर में नामित 31 आरोपियों में से ही हैं. एफआईआर में मोहित बर्मन के नाम का उल्लेखित पता फोर्ट मुंबई का है, जहां कंपनी रजिस्ट्रार के अनुसार उनकी निवेश कंपनी का एक कार्यालय स्थित है. मुंबई पुलिस ने ये एफआईआर 7 नवंबर को मुंबई के माटुंगा पुलिस स्टेशन में खिलाड़ी ऐप के खिलाफ दर्ज की है, जो महादेव बुक का एक सहायक ऐप भी है, जिसे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने कई अन्य सहयोगियों और साझेदारों के साथ मिलकर प्रमोट किया है. मुंबई पुलिस ने कथित तौर पर करीब 15,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में ‘महादेव’ सट्टेबाजी ऐप (Mahadev Betting App) के ‘प्रवर्तक’ समेत 32 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. माटुंगा पुलिस के अधिकारी के अनुसार, 2019 से अब तक धोखाधड़ी करने के लिए ‘ऐप प्रवर्तक सौरभ चंद्राकर’, एवं मुख्य आरोपी रवि उप्पल और शुभम सोनी तथा अन्य के खिलाफ मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की गई.
वहीं चव्हाण के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस में हलचल बढ़ गई है. प्रदेश प्रभारी रमेश चेनीथैला ने पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई है. बता दें कि औपचारिक रूप से चव्हाण या भाजपा की ओर से उन खबरों की कोई पुष्टि नहीं की गई है कि sixty five वर्षीय नेता को आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए मैदान में उतारा जाएगा. आखिरकार 1940 में अजीत को छोटे मोटे रोल मिलने शुरू हो गए. 1946 में उनको बतौर हीरो पहली फिल्म मिली जिसका नाम था शाहे मिश्र.
सितंबर को दुबई में होनी थी महादेव बुक ऐप की सक्सेस पार्टी, मुंबई की इवेंट कंपनी और कई बॉलीवुड स्टार्स Ed की रडार पर
उन्होंने कहा कि हिंसक भीड़ ने कई वाहन जला दिए हैं, जिनमें ज़्यादा दोपहिया हैं. इनकी संख्या के बारे में फ़िलहाल स्पष्ट रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता है. नैनीताल पुलिस का कहना है कि हल्द्वानी थाना क्षेत्र के बनभूलपुरा में पहले से चिह्नित स्थल पर अतिक्रमण हटाने का काम हो रहा था, तभी पथराव शुरू हो गया. हिंमाशु ने बताया कि फिलहाल उनका लक्ष्य 12वीं बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक और जेईई एडवांस में अच्छी रैंक हासिल करना है ताकि आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच में एडमिशन मिल सके. हिमांशु ने बताया कि उनकी बड़ी बहन निष्ठा गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज भरतपुर से एमबीबीएस छात्र है, जबकि दसूरी बहन निकिता नीट की तैयारी कर रही है. कहा जा रहा है कि जिस मदरसे को हटाने की कोशिश की जा रही थी वो नज़ूल ज़मीन पर थी.
मॉरिस को शक था कि अभिषेक घोसालकर ने ही उसके खिलाफ केस करवाया था, इसलिए वो नाराज था. जिस तरह से अपने दफ़्तर में बुलाकर समझौते की बात फेसबुक लाइव में करते हुए उसने गोली मारी है, उससे लगता है कि मॉरिस ने पहले से ही सबकुछ प्लान कर रखा था. इस फोटो में हीरो के तौर पर मासूम और प्यारा नजर आ रहा ये एक्टर अपने दौर का मशहूर विलेन रहा है. जी हां बात हो रही है लॉयन के नाम से मशहूर एक्टर अजीत की. अपनी एक्टिंग के साथ-साथ खास अंदाज में बोलने के स्टाइल के चलते इस एक्टर ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बना ली थी.
यह घनी आबादी वाला इलाक़ा है, जहाँ अल्पसंख्यकों की संख्या अधिक है. “सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रदेश में किसी को भी क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की छूट नहीं दी जानी चाहिए. प्रशासनिक अधिकारी निरंतर क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोशिश कर रहे हैं.” सुरक्षा स्थिति को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षाबलों की चार बटालियन समेत आस-पास के ज़िलों से पुलिस बल को गुरुवार शाम को ही हल्द्वानी बुला लिया गया था. हिंसा में एक दर्जन पत्रकारों समेत कई पुलिसकर्मी और नागरिक प्रशासन के लोग भी घायल हुए हैं.
पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए मुंबई (Mumbai) के लोअर परेल इलाके में आईपीएल मैचों (IPL Matches) पर सट्टेबाजी (Betting) कर रहे एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में मुंबई पुलिस ने 5 सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से बड़ी मात्रा में कैश सहित तमाम चीजें बरामद की हैं. मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक यह सट्टेबाजी अवैध वेबसाइटों के जरिए की जा रही थी. इतना ही नहीं इस सट्टेबाजी के बहाने लोगों से बड़ी ठगी को अंजाम दिया जा रहा था. प्रवर्तन निदेशालय (ED) मेसर्स महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप की जांच कर रहा है, जो अवैध सट्टेबाजी कराने वाली वेबसाइटों के लिए नए यूजर्स का इंतजाम करता है. साथ ही ये एप सट्टेबाजों की यूजर्स आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों में वेब के जरिए पैसे की हेराफेरी करने में सक्षम ऑनलाइन प्लेटफार्मों की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है.
इवेंट कंपनी ने बॉलीवुड फिल्मों के एक बड़े एक्टर से पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया था. इतना ही नहीं इस कंपनी को पार्टी में बॉलीवुड स्टार्स को बुलाने के लिए सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने लगभग 40 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. सूत्रों के मुताबिक, ईडी उस बॉलीवुड स्टार से भी पूछताछ कर सकती है, जिसे दुबई की पार्टी में शामिल होना था. इतना ही नहीं जांच में सामने आया है कि कई बॉलीवुड स्टार्स महादेव बुक ऐप के प्रमोशन में शामिल रहे हैं. शिकायतकर्ता का यह भी कहना है कि क्रिकेट लीग में मैच फिक्सिंग में उनकी भागीदारी के बारे में अधिक जानकारी और सबूत हासिल करने के लिए मोहित बर्मन, गौरव बर्मन और हरेशी कालाभाई और उनके अन्य सहयोगियों की जांच की जानी चाहिए.
अपनी कई फिल्मों में अजीत हीरो पर इस कदर भारी पड़े कि हीरो उनके साथ फिल्म करने से पहले कई बार सोचते थे. उन्होंने बताया, “बीते दिनों से हल्द्वानी के अलग-अलग क्षेत्रों में नगर निगम की परिसंपत्तियों से अतिक्रमण हटाने के लिए मुहिम चलाई जा रही थी और उससे पहले हाई कोर्ट के आदेश के बाद अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जा रही थी.” बनभूलपुरा के रहने वाले ज़फ़र सिद्दीक़ी ने अख़बार इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि ये मस्जिद अब्दुल मलिक नाम के एक व्यक्ति ने बनाई थी. उन्होंने ये ज़मीन जिस व्यक्ति से ख़रीदी थी उन्होंने इसे पट्टे पर लिया था. गुरुवार शाम जैसे ही मदरसे को तोड़ने का काम शुरू किया गया, बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर आ गए और धक्का-मुक्की शुरू हो गई.